त्रेता युग से ही शुरू हो गया थी भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कहानी ये तो हम सभी जानते ही है भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण दोनों नारायण श्री हरी विष्णु के ही
अवतार है । आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण जनम की सबसे पहले भविष्य वाणी किसने और कहा की थी ये बताते है । इस विडियो को पूरा जरूर सुने अंत मे हम आपको
कृष्ण जनमशटमी की पूजा का विसेस फल कैसे प्रपात हो उसकी विधि बताएँगे । हम सबको को पता है जब भगवान श्री राम
लंका पहुँचने के लिए सुमुद्र पर सेतु का निर्माण करने लगे थे । उस समय सेतु निर्माण के लिए वानर सेना सभी दसो दिशोंओ से पत्थरो को ला रही थी
इसी निर्माण के लिए हिमालय पर्वत से भी पत्थरो को लाया जा रहा था । जब एक वानर टुकड़ी पत्थरो को लेकर हिमालय से मथुरा तक पहुँची तभी उनको संदेश आया
की सेतु निर्माण के लिए पत्थरो की आपूर्ति पूर्ण हो चुकीं है तब मथुरा मे इखट्टे हुये वानरो ने सोचा क्यू ना इन पथरो की यही रख दिया जाये
जैसे ही वो इन पथरो को रखकर चलने लगे तभी इन पथरो से आवाज आई की भगवान राम एसी हमसे क्या गलती हो गयी जो आप हमहे यही छोड़ कर
जा रहे हो । हम भी इस महान कार्य का हिस्सा बनना चाहते है । तभी वो भगवान श्री राम उनको ले जाने के लिए याचना करने लगे
तभी भगवान श्री राम आकाश वाणी के रूप मे उनकी याचना को स्वीकार करते है । तथा उनको वचन देते है आने वाले द्वापर युग मे मैं कृष्ण के रूप मे जनम लूँगा
और अपना पूरा बलाय काल आपकी छाव मे वायतित करूंगा । और भगवान राम सभी पथरो को एक विशालकाय पर्वत के रूप मे इककटा कर देते है
जो आगे चल कर गोवर्धन पर्वत के रूप मे जाना जाता है । कहा जाता है ये पर्वत इतना विशाल था की इसकी छाया मथुरा के कंस के महल तक जाती थी ।
आगे चल कर जब दवापर युग मे भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुया तब भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की अनेकों लीला हमने देखि ।
भगवान श्री कृष्ण बाल्यकाल से ही गोवर्धन पर्वत पर अपनी लीला करते रहते थे । भगवान श्री कृष्ण ने इनको गिरिराज का नाम दिया
इसी कारण गोवर्धन पर्वत को भगवान श्री कृष्ण के रूप मे ही पूजा जाता है । तथा मे आपको यहा एक महतवपूर्ण तथ बताना चाहता हूँ भगवान श्री कृष्ण
जनमस्तमी के दिन आप घर पर अपने पुजा स्थल पर एक दीपक जो शुद्ध घी का हो तथा जिसके अंदर चार जोत हो जो चारो दिसाओ की और प्रवजलित हो । और दीपक को
प्रवजलित करते समय गोवर्धन पर्वत गिरिराज जी महाराज का ध्यान करे । एसा करने से श्री कृष्ण जनमस्तमी के दिन आपको भगवान श्री कृष्ण की
विसेस कृपया होगी ।
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